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Ganesh Chaturthi 2026 Kab Hai Janen Puja Vidhi, Muhurat aur Poori Jankari

Ganesh Chaturthi 2026 Kab Hai? Janen Puja Vidhi, Muhurat aur Poori Jankari

गणेश चतुर्थी 2026 (Ganesh Chaturthi): तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, कथाएँ और पर्यावरण-अनुकूल उत्सव की संपूर्ण जानकारी

गणपति बाप्पा मोरया! यह पावन उद्घोष एक बार फिर गूंजने को तैयार है। गणेश चतुर्थी, भगवान गणेश के जन्मोत्सव का यह महापर्व, भारतवर्ष में बड़े ही धूम-धाम और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। यह त्योहार न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह हमारी संस्कृति, कला और एकता का भी प्रतीक है। यदि आप गणेश चतुर्थी 2026 (Ganesh Chaturthi 2026) की तैयारी कर रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए एक विस्तृत गाइड की तरह काम करेगा। इसमें आपको तिथि और शुभ मुहूर्त से लेकर पूजा विधि, पौराणिक कथाएँ और पर्यावरण-अनुकूल उत्सव मनाने के तरीके तक, हर ज़रूरी जानकारी मिलेगी।

गणेश चतुर्थी ganesh chaturthi के उत्सव का एक खुशनुमा दृश्य जैसे लोग पूजा कर रहे हों
गणेश चतुर्थी ganesh chaturthi के उत्सव का एक खुशनुमा दृश्य, जैसे लोग पूजा कर रहे हों |

Contents Structure

गणेश चतुर्थी 2026: कब है? (Ganesh Chaturthi 2026 Date and Time)

सबसे पहले, आइए जानते हैं कि साल 2026 में गणेश चतुर्थी कब मनाई जाएगी:

  • गणेश चतुर्थी 2026 (Ganesh Chaturthi 2026) तिथि: मंगलवार, 15 सितंबर 2026
  • चतुर्थी तिथि प्रारंभ: 14 सितंबर 2026 को रात 11:48 बजे
  • चतुर्थी तिथि समाप्त: 15 सितंबर 2026 को रात 08:39 बजे
  • गणपति स्थापना का शुभ मुहूर्त: 15 सितंबर 2026 को सुबह 11:01 बजे से दोपहर 01:28 बजे तक
  • गणेश विसर्जन 2026 मुहूर्त (अनंत चतुर्दशी): शुक्रवार, 25 सितंबर 2026

नोट: शुभ मुहूर्त और तिथि आपके स्थान के सूर्योदय और पंचांग के अनुसार थोड़ी भिन्न हो सकती है।

गणेश चतुर्थी: पौराणिक और ऐतिहासिक महत्व (Mythological & Historical Queries)

गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) मनाने के पीछे कई रोचक कहानियाँ और ऐतिहासिक संदर्भ हैं:

  • गणेश चतुर्थी की कथा (Story of Ganesh Chaturthi): पौराणिक कथाओं के अनुसार, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान गणेश का जन्म हुआ था। माता पार्वती ने अपने शरीर के मैल से एक सुंदर बालक का निर्माण किया और उसे द्वारपाल के रूप में नियुक्त किया। जब भगवान शिव लौटे और अंदर जाना चाहा, तो बालक ने उन्हें रोक दिया। क्रोधित होकर शिव ने बालक का सिर धड़ से अलग कर दिया। माता पार्वती के विलाप को देखकर, शिव ने अपने गणों को आदेश दिया कि वे उत्तर दिशा में सबसे पहले दिखने वाले जीव का सिर लेकर आएं। गण एक हाथी का सिर लेकर आए, जिसे बालक के धड़ पर लगाया गया। इस प्रकार गणेश को नया जीवन मिला और उन्हें सभी देवताओं में प्रथम पूज्य होने का वरदान भी प्राप्त हुआ।
  • क्यों है गणेश के हाथी का सिर? (Why Ganesha has elephant head): जैसा कि ऊपर बताया गया है, भगवान शिव द्वारा बालक का सिर धड़ से अलग करने के बाद हाथी का सिर लगाया गया था। यह घटना शक्ति, बुद्धि और निष्ठा का प्रतीक है।
  • भगवान गणेश की जन्म कथा (Lord Ganesha birth story): गणेश के जन्म की एक और कथा यह भी है कि देवताओं ने भगवान शिव और पार्वती से एक ऐसे विघ्नहर्ता की प्रार्थना की थी जो उनकी पूजा में आने वाली बाधाओं को दूर कर सके। उनकी प्रार्थना सुनकर ही गणेश का जन्म हुआ।
  • बाल गंगाधर तिलक और गणेश चतुर्थी (Bal Gangadhar Tilak Ganesh Chaturthi): स्वतंत्रता संग्राम के दौरान, लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने गणेश चतुर्थी के सार्वजनिक उत्सव को एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में इस्तेमाल किया। उन्होंने 1893 में इस त्योहार को सार्वजनिक रूप से मनाना शुरू किया ताकि लोग एकजुट हो सकें और ब्रिटिश शासन के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर सकें।
A realistic scene of devotees performing Aarti before Lord Ganesha idol

घर पर गणेश चतुर्थी की पूजा विधि (Ganesh Chaturthi Puja Vidhi at Home)

आप घर पर भी सरल विधि से भगवान गणेश की पूजा कर सकते हैं:

  1. तैयारी: पूजा स्थल को साफ करें और गंगाजल छिड़कें। एक चौकी पर लाल या पीला कपड़ा बिछाएं।
  2. स्थापना: चौकी पर अक्षत (चावल) रखकर भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करें।
  3. आवाहन: “ॐ गं गणपतये नमः” मंत्र का जाप करते हुए गणेश जी का आवाहन करें।
  4. स्नान: मूर्ति को पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, शक्कर) और फिर शुद्ध जल से स्नान कराएं।
  5. वस्त्र और श्रृंगार: गणेश जी को वस्त्र (मौली), जनेऊ, चंदन, सिंदूर, दूर्वा और फूल अर्पित करें। उन्हें लाल फूल विशेष रूप से प्रिय हैं।
  6. भोग: गणेश जी को उनके प्रिय उकडीचे मोदक या लड्डू का भोग लगाएं। आप फल और अन्य मिठाइयाँ भी अर्पित कर सकते हैं।
  7. आरती: घी का दीपक जलाकर गणेश जी की आरती करें और मंत्रों का जाप करें।
  8. प्रार्थना: अपनी मनोकामनाएं भगवान गणेश के समक्ष रखें और उनकी कृपा के लिए प्रार्थना करें।
traditional thali with Modak laddoo and fruits placed before Lord Ganesha idol as bhog

उकडीचे मोदक कैसे बनाएं? (How to make ukadiche modak)

उकडीचे मोदक गणेश चतुर्थी का एक महत्वपूर्ण प्रसाद है। इसे बनाने की विधि यहाँ दी गई है:

सामग्री:

  • चावल का आटा – 1 कप
  • पानी – 1.5 कप
  • घी – 1 चम्मच
  • नमक – स्वादानुसार
  • कसा हुआ नारियल – 1 कप
  • गुड़ (कसा हुआ) – 1/2 कप
  • इलायची पाउडर – 1/4 चम्मच
  • खसखस – 1 चम्मच

विधि:

  1. एक बर्तन में पानी, घी और नमक डालकर उबाल लें।
  2. जब पानी उबलने लगे, तो गैस बंद कर दें और चावल का आटा डालकर अच्छी तरह मिलाएं ताकि कोई गुठली न रहे। बर्तन को ढककर 5 मिनट के लिए रख दें।
  3. एक पैन में कसा हुआ नारियल और गुड़ डालकर धीमी आंच पर पकाएं। जब गुड़ पिघल जाए और मिश्रण गाढ़ा हो जाए, तो इलायची पाउडर और खसखस डालकर मिला लें। यह मोदक की भरावन (stuffing) है।
  4. चावल के आटे के मिश्रण को थोड़ा ठंडा होने दें। फिर हाथों पर घी लगाकर आटे को अच्छी तरह मसलकर चिकना कर लें।
  5. आटे की छोटी-छोटी लोइयां बनाएं और उन्हें कटोरी का आकार दें।
  6. प्रत्येक कटोरी में नारियल और गुड़ का मिश्रण भरें और किनारों को मोड़कर मोदक का आकार दें।
  7. एक स्टीमर में पानी उबालें और मोदक को छन्नी पर रखकर 10-15 मिनट तक भाप में पका लें।
  8. गरमागरम उकडीचे मोदक भगवान गणेश को भोग लगाएं।
A collection of ultra-realistic photographs showing beautiful home decoration ideas for Ganesh Chaturthi.
A collection of ultra-realistic photographs showing beautiful home decoration ideas for Ganesh Chaturthi.

घर पर बनाएं इको-फ्रेंडली गणेश मूर्ति (DIY eco friendly ganesha idol)

पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए, इस बार घर पर ही मिट्टी से गणेश मूर्ति बनाएं:

  1. चिकनी मिट्टी (clay) लें।
  2. धीरे-धीरे पानी मिलाकर मिट्टी को गूंथ लें ताकि वह नरम और आकार देने योग्य हो जाए।
  3. अपने हाथों का उपयोग करके धीरे-धीरे गणेश जी का आकार दें – पहले धड़, फिर सिर, हाथ और पैर बनाएं।
  4. सूंड और कान को अलग से बनाकर धड़ से जोड़ दें।
  5. आप टूथपिक या अन्य उपकरणों का उपयोग करके आँखों, मुकुट और अन्य आभूषणों का विवरण बना सकते हैं।
  6. मूर्ति को धूप में अच्छी तरह सूखने दें।
  7. आप प्राकृतिक रंगों का उपयोग करके मूर्ति को रंग सकते हैं।

गणपति सजावट के आसान तरीके (Ganpati decoration steps)

अपने घर को सुंदर और भक्तिमय बनाने के लिए कुछ आसान सजावट के विचार:

  1. फूलों की मालाएं और तोरण का उपयोग करें।
  2. रंगीन कागज़ और कपड़े के पर्दे लगाएं।
  3. दीयों और रंगीन रोशनी से सजावट करें।
  4. आम के पत्तों की माला बनाकर लगाएं।
  5. अपनी रचनात्मकता का उपयोग करके सुंदर गणपति मंडप बनाएं।

प्रेरणादायक और रचनात्मक विचार (Inspirational & Creative Queries)

  • गणपति सजावट के विचार (Ganpati decoration ideas for home): आप थीम आधारित सजावट कर सकते हैं, जैसे कि पर्यावरण थीम, पारंपरिक महाराष्ट्रीयन थीम, या अपनी पसंदीदा रंग योजना का उपयोग कर सकते हैं।
  • गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं (Ganesh Chaturthi wishes in english): “May Lord Ganesha shower you with wisdom, prosperity, and good fortune. Happy Ganesh Chaturthi!”
  • बच्चों के लिए गणेश चतुर्थी की कहानियाँ (Ganesh Chaturthi stories for kids): आप गणेश के जन्म, उनके बुद्धिमत्ता और उनकी महिमा से जुड़ी सरल और रोचक कहानियाँ बच्चों को सुना सकते हैं।
  • गणपति रंगोली डिजाइन (Ganpati rangoli designs): घर के प्रवेश द्वार पर भगवान गणेश की सुंदर रंगोली बनाएं। आप इंटरनेट पर कई आसान और आकर्षक डिजाइन पा सकते हैं।

सततता और पर्यावरण (Sustainability Queries)

  • इको फ्रेंडली गणेश (eco friendly ganesha): मिट्टी की मूर्तियों का उपयोग करें जो पानी में आसानी से घुल जाती हैं और पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाती हैं।
  • घर पर क्ले गणेश कैसे बनाएं? (how to make clay ganesha at home): ऊपर इसकी विधि दी गई है।
  • घर पर गणपति विसर्जन (ganpati visarjan at home): एक बड़े टब या बाल्टी में पानी भरकर मूर्ति को उसमें विसर्जित करें। बाद में इस पानी को पौधों में डाल दें।
  • सीड गणेश (seed ganesha): आजकल ऐसी मूर्तियाँ भी मिलती हैं जिनमें बीज होते हैं। विसर्जन के बाद ये बीज अंकुरित होकर पौधे बन जाते हैं।

सामान्य प्रश्न और विशिष्ट जानकारी (FAQ & Specific Knowledge Queries)

  • गणेश जी के वाहन का नाम (ganesha vehicle name): मूषक (चूहा), जो बुद्धि और चपलता का प्रतीक है।
  • गणेश जी की पत्नियां (ganesha consorts): रिद्धि (समृद्धि) और सिद्धि (आध्यात्मिक शक्ति)।
  • अगर गणेश मूर्ति टूट जाए तो क्या करें? (what to do if ganesh idol breaks): यदि गलती से गणेश मूर्ति टूट जाए, तो उसे अपमानित न करें। उसे बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें या किसी पवित्र स्थान पर सम्मानपूर्वक रख दें।
  • क्या पीरियड्स के दौरान पूजा कर सकते हैं? (can we do puja during periods): यह एक व्यक्तिगत आस्था का विषय है। कई लोग इस दौरान पूजा-पाठ से दूरी बनाते हैं, जबकि कई इसे सामान्य मानते हैं। अपनी व्यक्तिगत मान्यताओं और परंपराओं का पालन करें। यदि आप असहज महसूस करती हैं, तो आप मानसिक रूप से प्रार्थना कर सकती हैं।

कला और भक्ति का संगम: मनमोहक गणपति सजावट

devotees placing a beautifully crafted marble idol of Lord Ganesha
devotees placing a beautifully crafted marble idol of Lord Ganesha
ganesh chaturthi भोग लगाना (Offering Prasad)
ganesh chaturthi भोग लगाना (Offering Prasad)
devotees placing a beautifully crafted marble idol of Lord Ganesha 2
devotees placing a beautifully crafted marble idol of Lord Ganesha 2
hands gently pouring Panchamrit (milk, curd, honey, ghee, sugar)
hands gently pouring Panchamrit (milk, curd, honey, ghee, sugar)
devotees offering fresh green durva grass and fragrant flowers at the feet of the Ganesha
devotees offering fresh green durva grass and fragrant flowers at the feet of the Ganesha

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conclusion

यह विस्तृत ब्लॉग पोस्ट आपको गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) 2026 की तैयारी करने और इस पावन पर्व को श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाने में मदद करेगा। आइए, मिलकर अपने प्यारे बाप्पा का स्वागत करें और उनसे सुख, शांति और समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त करें।

गणपति बाप्पा मोरया!

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